रूमाल ? Posted by राकेश 'सोहम' on March 16, 2012 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps विडम्बना हैकल जबहांफता हुआऔर रोता बिलखता पर्यावरण मेरे पास आयेगा, तब मैं उसके आंसू भी नहीं पोंछ सकूंगा क्योंकि मेरे हाथ में पालीथीन है ![] राकेश सोहम 9425800933 Comments प्रवीण पाण्डेयMarch 16, 2012 at 8:03 PMगहरा सन्नाट कटाक्ष..ReplyDeleteRepliesReplymridula pradhanMarch 22, 2012 at 11:57 AMkya baat kahi.....ReplyDeleteRepliesReplyalka mishraAugust 11, 2012 at 6:04 PMमजा आ गया भाई,काश लोगों को समझ तो आयेReplyDeleteRepliesReplyjayaketkiMarch 30, 2013 at 10:30 AMnice said, nicely!ReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
गहरा सन्नाट कटाक्ष..
ReplyDeletekya baat kahi.....
ReplyDeleteमजा आ गया भाई,
ReplyDeleteकाश लोगों को समझ तो आये
nice said, nicely!
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