प्रदूषित कविताएँ
अब मैं
प्रदूषण पर
कविताएँ नहीं करता .
क्योंकि जल, वायु या
पर्यावरण पर
प्रदूषण की कविताएँ
पत्रिकाओं में
नहीं छपतीं
सामान्य कविताओं की तरह.
ये कविताएँ
मुझे
अवसाद से
प्रदूषित कर जातीं हैं
बुरी तरह !
प्रदूषण की कविताएँ
मौसमी होतीं है।
जबकि प्रदूषण,
बारहों महीने ..
प्रतिदिन
हर क्षण .... !
अब मैं
प्रदूषण पर
कविताएँ नहीं करता ?
[] राकेश सोहम , नवीं मुंबई
अब मैं
प्रदूषण पर
कविताएँ नहीं करता .
क्योंकि जल, वायु या
पर्यावरण पर
प्रदूषण की कविताएँ
पत्रिकाओं में
नहीं छपतीं

ये कविताएँ
मुझे
अवसाद से
प्रदूषित कर जातीं हैं
बुरी तरह !
प्रदूषण की कविताएँ
मौसमी होतीं है।
जबकि प्रदूषण,
बारहों महीने ..
प्रतिदिन
हर क्षण .... !
अब मैं
प्रदूषण पर
कविताएँ नहीं करता ?
[] राकेश सोहम , नवीं मुंबई
गहरी, प्रदूषण का सर्वाधिक प्रभाव कविताओं पर ही।
ReplyDeleteDhanyawad Ji.
Deleteप्रदूषण की कविताएँ
ReplyDeleteमौसमी होतीं है।
जबकि प्रदूषण,
बारहों महीने ..
प्रतिदिन
हर क्षण .... !